Parts of C++ Program: हमनेC Languageके बारे में जितना कुछ सीखा है, उसमें से ज्यादातर बातेंC++ Languageपर भी समान रूप से लागू होती हैं। C व C++ दोनों Languages में लिखे गए ज्यादातर Programs लगभग समान होते हैं। इनके Syntaxभी समान हैं और विभिन्न प्रकार केData Types, Loops, Pointers, Structures, Data Types वConditional Statementsभी समान ही होते हैं।C++ में हम जो भी Program बनाते हैं, उन सभी Programs की Source File को हमें .CPPExtension से Save करना जरूरी होता है। यदिहम C++ में एक Hello World Program बनानाचाहें, तो हम ये Program निम्नानुसार बना सकते हैं:?
// File: Welcome.cpp
#include
#include
voidmain()
{
cout <<"Welcome to C with Class programming language!n";
getch();
}
Output:Welcome to C with Class programming language!C Language में विभिन्न प्रकार के I/O Operations के लिए जिस प्रकार से हमstdio.hनाम की Header File को अपने Source Program में Include करते हैं, उसी तरह से C++ के Program में I/O की सुविधा प्राप्तकरने के लिए हमेंiostream.hनाम की HeaderFile को Include करना पडता है। जब इस Program को Compile करके Run किया जाता है, तब Output में हमें एम Text Line Display होती है। चलिए, इस Program के हर Statement को थोडा विस्तार से समझने की कोशिश करते हैं।//“C++” में Comment देने के लिये हम // का प्रयोग करते हैं। इस Comment की विशेषता ये है कि // के बाद लिखे गए सारे Characters Comment बन जाते हैं और Compiler Program को Compile करते समय // के बाद लिखे Statement को Ignore कर देता है। // का असर केवल एक Line में ही होता है। अगली लाइन में लिखे Statements पर // का कोई असर नहीं पडता है और अगली पंक्ति में लिखे Statements Compile हो जाते हैं। “C++” में जब हमें केवल एक ही पंक्ति में कोई Comment लिखना होता है तब हम // का प्रयोग करते हैं। जब हमें एक से अधिक Lines का Comment देना होता है, तब हम “C” के /* ……*/ का भी प्रयोग कर सकते हैं या फिर हर Line के आगे // का प्रयोग करते हैं।#includeजिस प्रकार से “C” में Input/Output की सुविधा प्राप्त करने के लिये हम stdio.h नाम की Header File को अपने Program मेंincludeKeyword द्वारा Include करते हैं,ठीक उसी प्रकार से “C++” में Input/Output की सुविधा प्राप्त करने के लिये हमेंiostream.hनाम की Header File को हमारे Program में Include करना पडता है।void main()यह main() Function है। हमने “C” में किसी भी Program मेंmain() Functionसे पहले void Keyword का प्रयोग नहीं किया है लेकिन “C++” में हम ऐसा कर रहे हैं, क्योंकि अलग-अलग प्रकार के Compilers को इस प्रकार से बनाया गया है कि किसी Compiler को ये बताना पडता है कि main() Function कोई मान Return कर रहा है या नहीं जबकि कई Compilers को ये नहीं बताना पडता कि main()Function कोई मान Return कर रहा है या नहीं।Read also:5 Basic Parts of a Basic Java Programजैसे कि Turbo C++ में व ANSI C++ में Compiler को ये बताना पडता है कि main() Function कोई मान Return कर रहा है या नहीं जबकि Borland C++ के Compiler को ये नहीं बताना पडता।चूंकि यदि हम Turbo C++ के IDE में काम कर रहे हैं, तो main() Function के पहलेvoidKeyword का प्रयोग करके Compiler को ये बताया गया है कि ये main() Function कोई मानReturn नहीं कर रहा है। यदि हम void main() के स्थान पर केवल main() लिखते हैं, तो Program Compilation के समय हमें एक Warning(Function should return a value)प्राप्त होती है।यदि हमvoidKeyword का प्रयोग ना करें तो हमें main() Function की Body को बन्द करने से पहलेreturn 0लिखना पडता है।return0Statement भी Compiler को यही बताता है कि ये main() Function किसी प्रकार का कोई मान Return नहीं कर रहा है। “C” की तरह ही “C++” में भी हर Function की Body लिखने सेपहले Opening bracket व Function का अन्त करते समय Closing bracket का प्रयोग किया जाता है।coutcout ( Character Out ) iostream.h headerFile का एक Object है। यह Object वही काम करता है जो काम “C” में printf() Function करता है यानी Characters के समूह या String को Screen पर Print करता है।<< ( Put to Operator )किसी Massage को Screen पर भेजने के लिये “C++” में<<Operator काम में लिया जाता है। इसेPut ToOperatorकहा जाता है। यह Operator कुछ Data जैसे कि String या Message को किसी I/O Stream के Object में भेजने का काम करता है। इसे समझने के लिए निम्न Program देखिएःRead also:Character Counting Program in C Language?123456789101112//Program: PutToCout.cpp#include #include voidmain(){cout << “Gopal ” << “Nandlal ” << “Madhav ” <<"Krishna n";getch();}Output:Gopal Nandlal Madhav Krishna इसी तरह से यदि हम चाहें दो Character Pointers को भी इसी cout Object औरPut ToOperatorके प्रयोग द्वारा Output में Print कर सकते हैं। Pointers के बारे में हम आगे विस्तार से पढेंगे।?12345678910111213//Program: CoutNCharPtr.cpp#include #include voidmain(){char*fName = “Rahul”, *lname= “Sharma”;cout << fName << “ ” << lname << endl;getch();}Output:Rahul Sharma इस Program में हमने cout Object के साथ एक नए शब्द endl का प्रयोग किया है। इसे C++Programming में endl Manipulator कहते हैं। ये Operator वही काम करता है, जो काम C Language में “n” Character करता है। यानीये Manipulator एक नई Line प्रदान करता है। हम cout Object के साथ << Operator को निम्नानुसार भी Use कर सकते हैं:cout << fName<< ” ”<< lname<< endl;यदि हम इस प्रकार से भी इस Statement को प्रयोग करें, तो भीCompiler हमें किसी प्रकार की कोई Error प्रदान नहीं करता है। जिस तरह से हमनेCharacter To PointerवString Constantsको एक हीcoutObject व Put To Operator द्वारा Screen पर Displayकरवाया है, उसी तरह से हम विभिन्न प्रकार के Basic Data Type के मानों को भी Screen पर Print करवा सकते हैं। हमें ऐसा करने के लिए CLanguage की तरह किसीControl Stringका प्रयोग करने की जरूरत नहीं होती है।?
//Program: CoutNBasicData.cpp
#include
#include voidmain()
{
cout <<"String = "<<""All Primary Data Types""<< endl;
cout <<"Integer = "<< 123 << endl;
cout <<"Float = "<< 123.456 << endl;cout <<"Character = "<<"'A'"<< endl;
cout <<"Double = "<< 12345678.0987654 << endl;
cout <<"Long = "<< 1234567987878786668 << endl;
getch();
}
OutputString ="All Primary Data Types"
Integer = 123
Float = 123.456Character ='A'Double = 1.23457e+07
Long = 1234567987878786668इस Program के Output द्वारा हम समझ सकते हैं, कि केवल एक ही cout Object व Put To Operator की मदद से हम विभिन्न प्रकार के Basic Data Type के मानों को Screen पर बिना किसीControl String का प्रयोग किए ही Print कर सकते हैं। जबकि यही Program यदि हमें C Language में बनाना हो, तो हमें अलग-अलग Data Type के मानों को Screen पर Print करवाने के लिएprintf() Function में विभिन्न प्रकार के Control Strings को प्रयोग करना पडेगा। C Programming व C++Programming के I/O का ये सबसे बडा अन्तर है। यानी C++ में I/O Operations को काफी सरल कर दिया गया है।Read also:
3 Basic Parts of Web Pageकई बार जब हम Program को Compile करते हैं,तो Compiler हमें कई प्रकार की Warnings प्रदान करता है। हालांकि यदि हम इन Warnings पर कोई ध्यान ना दें, तो भी Program Execute होता है। लेकिन जहां तक हो सके, हमें Compiler द्वारा दी जाने वाली Warnings को Clear कर देना चाहिए। यदि हम ऐसा नहीं करते हैं, तो कई बार हमें हमारा Required परिणाम प्राप्त नहीं होता है, जिसका कारण कोई ऐसी Warning होता है, जिसे हम Ignore कर देते हैं। (Parts of C++ Program)
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